देवरिया जिले मे अध्यक्ष के आरक्षण पर टिकी सबकी निगाहें
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रिपोर्ट – सद्दाम हुसैन देवरिया
देवरिया: (उ0प्र0) देवरिया जिले मे वार्डों का आरक्षण तय होने के बाद अब सबकी निगाहें अध्यक्ष पद के आरक्षण पर टिकी हैं। शनिवार को आरक्षण तय हो जाने की उम्मीद थी। लेकिन आखिरी समय में इसे टाल दिया गया। अध्यक्ष पद का आरक्षण सामने नहीं आने से दिग्गज नेताओं की सांसे अटकी हुई हैं। दावेदारी की कतार में खड़े अधिकतर नेता लखनऊ से लेकर दिल्ली तक आरक्षण की स्थिति जानने के लिए संपर्क कर रहे हैं।
उपचुनाव के मतदान हो जाने के बाद जारी हुआ आरक्षण सूत्र बता रहे हैं कि सोमवार को होने वाले उपचुनाव के मतदान हो जाने के बाद आरक्षण जारी हो सकता है। अध्यक्ष पद का आरक्षण शासन स्तर से तय होता है। सभी सीटों की संख्या,जाति प्रतिशत और चक्रानुक्रम के आधार पर अध्यक्ष पद का आरक्षण तय होता है। पिछली बार नगर पालिकाओं की संख्या के हिसाब से आरक्षण तय हुआ था, जिसमें देवरिया नगर पालिका और बरहज नगर पालिका की सीट सामान्य कोटे में थी।
इस समय सामान्य वर्ग की अलका सिंह है अध्यक्ष नगर विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नई नगर पालिकाओं के सृजन के बाद प्रदेश में आरक्षण की स्थिति में परिवर्तन होना तय है। अधिकारियों की मानें तो नगर पालिका के सीमा विस्तार के कारण जातिगत आंकड़े और चक्रानुक्रम आरक्षण की मजबूरी के चलते अध्यक्ष पद का चुनावी गणित बदलेगा। जहां देवरिया नगर पालिका की निवर्तमान अध्यक्ष सामान्य वर्ग की अलका सिंह हैं। वहीं बरहज नगर पालिका के अध्यक्ष समान्य वर्ग के उमाशंकर सिंह उमेश चुने गए थे।