राष्ट्रीय लोक अदालत में 28,892 मामलों का हुआ निस्तारण
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रिपोर्ट – सद्दाम हुसैन जिला रिपोर्टर देवरिया
देवरिया: (उ0प्र0) देवरिया जिले मे राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार शनिवार को सुबह 10.00 बजे राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश जे0पी0 यादव, राष्ट्रीय लोक अदालत नोडल अधिकारी लोकेश कुमार, सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा फीता काटकर एवं मॉ सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं द्विप प्रज्जवलन के साथ राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य शुभारम्भ किया गया।
उक्त अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश जे0पी0 यादव द्वारा कुल 03 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-1500/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार देवरिया द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया तथा मु0-400/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी कृष्ण यादव द्वारा कुल 11 मामलें का निस्तारण किया गया तथा मु0-7270000-रूपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलाया गया।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद राय द्वारा कुल 06 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-1500/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इण्दिरा सिंह द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश पटेल (पाक्सो एक्ट) द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाश्वत पाण्डेय द्वारा कुल 96 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय मोहन लाल विश्वकर्मा द्वारा 10 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया मु0-2,90,000/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय-प्रथम ज्ञान प्रकाश सिंह द्वारा 05 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय-द्वितीय मनोज कुमार मिश्र द्वारा 03 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय-तृतीय विकास कुमार द्वारा 04 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ0टी0सी0 प्रथम संजय कुमार द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया तथा मु0-500/-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ0टी0सी0 द्वितीय अशोक कुमार दूबे द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सूर्य कान्त धर दूबे द्वारा कुल 653 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-89,490-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुन्दर पाल द्वारा कुल 116 वादों का निस्तारण किया तथा मु0-23040-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (सी0डी0) शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा द्वारा कुल 10 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-68,91,252-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। सिविल जज(एस0डी0) एफ0टी0सी0 कक्ष सं0-01 इसरत परवीन फारूकी द्वारा कुल 247 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-938970-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) स्वर्णमाला सिंह द्वारा कुल 30 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-42,03,614-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रिया कुमारी राय द्वारा कुल 51 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-1740-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) अंकित राज सिंह द्वारा कुल 197 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-3900-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) आदित्य जायसवाल द्वारा कुल 76 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-5500-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) श्री कुॅवर रोहित आनंद द्वारा कुल 40 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-890-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) अमन कुमार द्वारा कुल 99 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-990-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) श्रीमती प्रिति द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) सुश्री श्रुति त्रिपाठी द्वारा कुल 03 वादों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) श्री नवनीत कुमार द्वारा कुल 102 वाद का निस्तारण किया गया तथा मु0-2000-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) सुश्री आकांक्षा सिंह द्वारा कुल 38 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-720-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) सुश्री प्रियम्वदा प्रियदर्शनी द्वारा कुल 39 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-390-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0) श्री अतुल द्वारा कुल 31 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-620/-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0)/एफ0टी0सी0 द्वितीय मनोज कुमार यादव द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज (जू0डी0)/एफ0टी0सी0 प्रथम श्री रूपांशु आर्या द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया।
इस प्रकार इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल मिलाकर 28,892 मामलों का निस्तारण किया गया। प्रतिकर, जुर्माना एवं अन्य मामलों में कुल मु0-5,45,63,652(पॉच करोड़ पैतालीस तिरसठ हजार छः सौ बावन)/-रूपये की धनराशि का सेटलमेण्ट किया गया। इस लोक अदालत में मुख्य रूप से समस्त सम्मानित न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, वादकारीगण तथा सामान्य जनता उपस्थित रही।
जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया जे0पी0 यादव के कुशल मार्गदर्शन तथा सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव शिवेन्द्र कुमार मिश्र के अथक प्रयास से इस लोक अदालत का सफल आयोजन सम्पन्न हुआ तथा इसके लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।