देवरिया जिले में बेपरवाह तहसीलों के अफसर बेबस फरियादी
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रिपोर्ट – सद्दाम हुसैन देवरिया
देवरिया: (उ0प्र0) देवरिया जिले मे डीएम के जनता दर्शन में शनिवार को भूमि विवाद से संबंधित सर्वाधिक मामले आए। इन मामलों में तहसील के अधिकारियों की कार्रवाई से फरियादी संतुष्ट नहीं थे। उन्हें उम्मीद है कि डीएम उनकी बात सुनकर जरूर कार्रवाई करेंगे।
कोई भाटपाररानी, रुद्रपुर तो कोई भागलपुर से आया था। हर किसी को न्याय की उम्मीद थी। उनकी फरियाद पर तहसील के अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए।
शनिवार की सुबह 9.45 बजे कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डीएम कार्यालय पर लोग फरियाद लेकर पहुंचने लगे थे। कलेक्ट्रेट कर्मी ने डीएम कार्यकक्ष खोला तो कुछ फरियादी उसमें पड़ी कुर्सियों पर जाकर बैठ गए। सुबह करीब 9.5 0 बजे एएसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला डीएम कार्यकक्ष में पहुंचकर फरियाद सुनने लगे। अभी दो-तीन फरियादियों से रूबरू हुए ही थे कि एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज 10.03 बजे डीएम कार्यकक्ष में आए। उसके तुरंत बाद जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह भी पहुंच गए। दोपहर 12 बजे तक कुल 65 मामले आए, जिसमें 30 मामले आनलाइन पोर्टल पर फीड किए गए, जबकि 35 मामले डाक के जरिए संबंधित तहसीलों व दूसरे विभागों को भेजने के लिए रजिस्टर में दर्ज किए गए। मैं करीब 52 किलोमीटर का सफर तय आया हूं। भूमि विवाद में तहसील व खामपार पुलिस ने बिना जांच किए फर्जी रिपोर्ट लगा दी। मेरी भूमि पर दबंग खेती करने से रोक रहे हैं। डीएम के पास न्याय की उम्मीद लेकर आया हूं। जरूर मेरी बात सुनेंगे। कप्तान राय, चफवा कला, खामपार मेरे पिता रामवेलास को पीएम किसान सम्मान निधि की नौंवी किस्त केवाइसी के कारण रोक दी गई, जबकि केवाइसी करा दी गई है। कृषि विभाग इसके बाद भी रकम का भुगतान नहीं कर रहा है।
राजेंद्र प्रसाद, पिपरादौला कदम, देसही देवरिया मेरे घर के सामने ग्राम सभा की नवीन परती भूमि को कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। उसमें गोबर व गंदा पानी बहाते हैं। गोबर की वजह से कीड़े घर में घुस जाते है। गंदगी के कारण पूरा परिवार परेशान है। तहसील में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नरेंद्र सिंह, अमवां उर्फ अम्मा, रुद्रपुर मेरे पट्टीदार पैतृक संपत्ति में हिस्सा नहीं दे रहे हैं। तीन साल से थाना मईल व एसपी कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं। पत्नी के साथ अब डीएम से मिलने आया हूं। उम्मीद है कि मुझे न्याय जरूर मिलेगा।