उत्तर प्रदेश और भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा, सुभाष चौक पर एक संक्षिप्त जनसभा का आयोजन हुआ
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रिपोर्ट – सद्दाम हुसैन देवरिया
प्रदेशीय जनजाति विकास मंच, उत्तर प्रदेश देवरिया
देवरिया: (उ0प्र0) देवरिया जिले के सुभाष चौक पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिनांक 4 जनवरी 2023 को प्रातः 11:00 बजे से प्रदेशीय जनजाति विकास मंच, उत्तर प्रदेश और भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा, उत्तर प्रदेश की देवरिया इकाई के संयुक्त तत्वावधान में सुभाष चौक, देवरिया पर एक संक्षिप्त जनसभा का आयोजन हुआ।
तत्पश्चात सुभाष चौक से प्रदर्शन और शांति मार्च करते हुए जुलूस के शक्ल में कचहरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर “उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में प्रदेश के जनजातियों की भागीदारी सुनिश्चित कराए जाने हेतु उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित जनजाति वर्ग आयोग” गठित किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी देवरिया के माध्यम से निम्नलिखित को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
महामहिम राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री, माननीय गृह मंत्री, माननीय जनजाति कार्य मंत्री, माननीय अध्यक्ष राष्ट्रीय जनजाति आयोग, भारत सरकार और माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय नगर विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार। ज्ञापन अपर जिलाधिकारी श्री गौरव श्रीवास्तव द्वारा 12:15 बजे रिसीव किया गया।
सुभाष चौक पर सभा को संबोधित करते हुए प्रदेशीय जनजाति विकास मंच, उत्तर प्रदेश (देवरिया) के “प्रदेशाध्यक्ष ” श्री मुंशी प्रसाद गोंड ने बताया कि उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव के पूर्व में आवंटित सीटों में प्रदेश के जनजातियों को कहीं भी एक भी सीट आवंटित नहीं की गई है, जो प्रदेश के अनुसूचित जनजातियों के साथ अन्याय है। जबकि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में जनजातियों की आबादी लगभग 5% है।
उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनजातियों की 5% आबादी को लोकतांत्रिक व्यवस्था से बाहर किया जाना उचित नहीं है।
“प्रदेशाध्यक्ष ” श्री मुंशी प्रसाद गोंड ने बताया कि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास के मूल सिद्धांतों वाली सरकार है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के आदिवासियों की वास्तविकता की जांच कराकर “उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित जनजाति वर्ग आयोग” गठित करते हुए हिस्सेदारी दिया जाना न्याय संगत होगा।
कार्यक्रम के इस अवसर पर रामधनी गोंड, बैजनाथ गोंड, उमेश चंद्र गोंड, जयप्रकाश गोंड, जयनन्द प्रसाद गोंड, मदन गोंड, रामाश्रय गोंड, आशुतोष शाह, सूर्यदेव गोंड, गुरुज खरवार, अंबिका गोंड, पप्पू गोंड, रामसनेही गोंड, नवीन गोंड, विजय बहादुर गोंड, विशाल गोंड, राम दुलारे गोंड, ओमप्रकाश गोंड, वीर बहादुर गोंड, गिरजा शंकर गोंड, नंदलाल गोंड, पवन कुमार गोंड, तारकेश्वर गोंड, जवाहिर गोंड, अवैश कुमार गोंड, विनय गोंड, वचनदेव गोंड, रंजय गोंड, यदुनंदन गोंड, ज्ञानेश शाह, संजय गोंड, संजय खरवार, नरेंद्र गोंड, दशरथ गोंड, जनार्दन गोंड सहित सैकड़ों की संख्या में गोंड आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे।