सम्भावित बाढ़ से बचाव हेतु सभी व्यवस्थाएं की जाय चुस्त-दुरूस्त- डीएम
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ब्यूरो रिपोर्ट जुबेर अहमद
श्रावस्ती 19 जून 2020
सम्भावित बाढ़ के अति संवेदनशील/संवेदनशील गाॅवों का मौके पर जा कर निरीक्षण करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें बाढ़ चैकी प्रभारीगण-जिलाधिकारी – सम्भावित बाढ़ से बचाव हेतु सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त कर ली जाय, ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो राहत एवं बचाव कार्य हेतु कोई दिक्कत न होने पावें और तत्काल बाढ़ ग्रस्त लोगों एवं उनके मवेसियों को राहत दी जा सके। इसके लिए बाढ़ चौकियों पर लगाये गये सभी बाढ़ चौकी प्रभारी अपने-अपने चौकी के अन्तर्गत सभी गाॅवों/ मजरों का भ्रमण कर ले तथा पूर्व में आयी बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्य के अनुभव के आधार पर तथा गाॅवों के लोगों से बात करके राहत एवं बचाव कार्य हेतु अपना रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि सम्भावित बाढ़ आने के दौरान लोगों को तत्काल सुरक्षा एवं राहत मुहैया कराया जा सकें।
उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ चौकियों पर तैनात किये गये चौकी प्रभारियों, नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ एवं राहत कार्य से जुडे विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करने के दौरान जिलाधिकारी सुश्री यशु रूस्तगी ने दिया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि सम्भावित बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य के लिए शासन के निर्देश के अनुपालन में जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है इसलिए बाढ़ एवं राहत कार्य में लगाये गये सभी विभागीय अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे बाढ़ आपदा आने पर सेवा भाव के रूप में बाढ़ पीडितों की सहायता करने में अपनी सहभागिता निभाएं। ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो उन्हें तत्काल राहत एवं सुरक्षा प्रदान किया जा सके।
जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण के दौरान यह देखे की क्रमशः बाढ़ चौकी की भौतिक स्थिति क्या है एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं, शरणालय की भौतिक स्थिति, पशुओं के रखने हेतु उचित स्थान, शुद्ध पेयजल/हैण्डपम्प की स्थिति, बाढ़ चौकी /शरणालय तक सम्पर्क मार्ग/वैकल्पिक मार्ग की स्थिति, बाढ़ चौकी से सम्बद्ध प्रत्येक ग्राम/मजरे के 5-5 व्यक्तियों के नाम एवं मोबाइल नम्बर, सम्बन्धित बाढ़ चौकी से सम्बद्ध ग्राम,जहाॅ पर कटान एवं बाढ़ से अत्यधिक प्रभाव पड़ने की सम्भावना है, सम्बन्धित गाॅव/मजरों में नाव एवं नाविक/गोताखोर की उपलब्धता,(मोबाइल नम्बर) एवं नाव की भौतिक स्थिति, चिकित्सक दल का ब्यौरा एवं दवाइयों की उपलब्धता-(एम्बुलेन्स के ठहरने का स्थान), लेखपाल,ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, आशा, ए0एन0एम0, रोजगार सेवक एवं उचित दर विक्रेता का नाम तथा मोबाइल नम्बर का उल्लेख करके रिपोर्ट प्रस्तुत की जाय, ताकि सम्भावित बाढ़ आने के दौरान लोगों को तत्काल बचाव एवं राहत कार्य उपलब्ध कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य हेतु मोटरबोट सहित फ्लड पी0ए0सी कम्पंनी एवं एन0डी0आर0एफ0 टीम को बुलाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए सम्बंधित विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया है।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 मुकेश मातन हेलिया को निर्देश दिया है कि वर्षा ऋतृ एवं सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर सभी सामुदायिक/स्वास्थ्य केन्द्रों में एण्टी वेनम, और एण्टी रैबीज की उपलब्धता के साथ साथ वर्षा ऋतृ के दौरान होने वाली अन्य सम्भावित संक्रामक बीमारियों के इलाज हेतु अन्य आवश्यक दवाओं की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर लिया जाय।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अवनीश राय, अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक बी0सी0 दूबे, नोडल अधिकारी क्रमशः प्रभागीय वनाधिकारी ए0पी0 यादव, सहायक महानिरीक्षक निबंधन पी0एन0सिंह, उपजिलाधिकारी जे0पी0 चौहान, उपजिलाधिकारी क्रमशः भिनगा, इकौना, जमुनहा, जिला विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी, परियोजना निदेशक बाल गोविन्द शुक्ल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 मुकेश मातन हेलिया, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नरेन्द्र कुशवाहा, कमान्डेट होम गार्ड संतोष कुमार सहित सभी चौकी प्रभारीगण एवं सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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